रायगढ़. हर साल की तरह इस साल भी शनिवार 01 जुलाई से पौधा तुंहर द्वार योजना की शुरूआत हो चुकी है। इस योजना के तहत वन विभाग के द्वारा लोगों को घर घर पौधा पहुंचाया जाना है। ऐसे में पौधा तुंहर द्वार योजना का शुभारंभ रायगढ़ विधायक ने हरी झंडी दिखा कर पौधे से भरे वाहन को रवाना किया गया।
वन विभाग रायगढ़ के द्वारा हर साल की भांति इस साल भी पौधा तुंहर द्वार योजना की शुरूआत 01 जुलाई से की गई। जिसका शुभारंभ रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक के हाथांे हुआ। सर्वप्रथम रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा एवं छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर नमन किया गया। इसके बाद विधायक द्वारा अपने संबोधन में इस योजना का लाभ उठाने की बात कही गई। साथ ही उन्होंने बताया की यह योजना काफी महत्वपूर्ण है।
रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक ने अपने संबोधन यह भी कहा कि प्रदेश सरकार की यह योजना काबिले तारीफ है। इस योजना के तहत शहर के आम नागरिकों को घर पहुंच छायादार और फलदार पौधा आसानी से हो उपलब्ध हो जाता है। साथ ही साथ पौधरोपण करने से लोगों को शुद्ध हवा भी मिलता है। प्रतिवर्ष इस योजना का लाभ शहरवासी बड़ी संख्या में उठाते आ रहे हैं। इस दौरान विधायक ने वहां मौजूद लोगों को अलग अलग प्रजाति के पौधे भी वितरण किए।
इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल एवं वनमंडलाधिकारी स्टाईलो मंडावी ने भी इस योजना के बारे में बताते हुए अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण करने की बात कही। कार्यकम के दौरान रायगढ़ रेंजर लीला पटेल के साथ रायगढ़ रेंज के समस्त वनकर्मी मौजूद दे।
टोल फ्री नंबर में कर सकते हैं काॅल
पौधा तुंहर द्वार योजना के तहत लोगों के घर तक पौधा पहुंचे इसके लिए बकायदा एक टोल फ्री नंबर 18002332631 भी जारी किया गया है। पौधा तुंहर द्वार योजना के तहत लोगों को घर पहुंच सेवा मिलेगी। बस लोगों को विभाग द्वारा जारी टोल फ्री नंबर पर कॉल करना होगा। उसके बाद उन्हें जो पौधे चाहिए वह मिल जायेगा। इस योजना के तहत फलदार और छायादार प्रजाति का पौधा दिया जा रहा है।
पौधा लेने स्कूली बच्चों में भी उत्साह
पौधा तुंहर द्वार योजना के तहत बांटे जा रहे पौधे लेने स्कूली बच्चों ने भी यहां पहुंच कर पौधा लिया और पौधो को पेड़ बनाने की बात कही। विधायक और डीएफओ ने छात्रों को अपने हाथों से पौधा वितरित किया। वहीं इसकी मॉनिटरिंग भी विभाग द्वारा लगातार की जायेगी। ताकि पौधो की सुरक्षा हो सके और यह आने वाले समय में पेड़ बन कर हरियाली बिखेर सके।