नया शैक्षणिक सत्र को शुरू हुए डेढ़ महीने से ज़्यादा बीत चुके हैं, मगर जिले की सरकारी स्कूलों मे शिक्षकों की कमी दूर नहीं हो सकी है. स्कूलों मे करीब 2300 शिक्षको के पद रिक्त पड़े हैं. जिनकी भर्ती को लेकर फिलहाल सरकार की कोई योजना नही है.
वीओ- गर्मी की छुट्टी के बाद 26 जून से स्कूलों मे पढ़ाई शुरू हो चुकी है. मगर स्कूलों में शिक्षकों की कमी आज भी एक बड़ी समस्या बन गई है. सेटअप के मुताबिक जिले में अब भी 2300 शिक्षकों की कमी बनी हुई, जिसमें सर्वाधिक गणित, विज्ञान और अंग्रेजी संकाय के शिक्षक हैं. हालांकि कुछ दिनों पहले प्रदेश स्तर पर शिक्षकों की मांग को लेकर प्रदर्शन हुआ था.. जिसके बाद शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में दूसरे स्कूलों के शिक्षकों को भेजकर व्यवस्था बनाई थी. मगर कमी बरकरार है. जबकि नया शैक्षिक सत्र चालू है. वहीं अब तिमाही परीक्षा की तैयारी शुरू हो चुकी है. स्कूलों मे विषयवार शिक्षक नहीं होने के कारण पढ़ाई पर खास असर पड़ रहा है.
स्कूल की नीव मजबूत करने मे टीचर्स का योगदान महत्वपूर्ण है. मगर क्या हो यदि स्कूल मे टीचर ही न हों.. रायगढ़ जिले मे ऐसा ही हाल है. शिक्षा विभाग मे शिक्षकों की कमी एक दो नही… बल्कि हज़ारो मे है. शिक्षा विभाग ने ही जो आंकड़े हमे दिए हैं.. उसके मुताबिक रायगढ़ जिले की स्कूलों मे 2300 शिक्षक कम हैं. जिसमे व्याख्याता के 178 पद हैं. जबकि माध्यमिक स्कूल मे 815 और प्राथमिक स्कूलों मे 1307 शिक्षक कम हैं. इस तरह सबसे ज़्यादा कमी प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों की है. शिक्षको की कमी का सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है.