बीते साल खरसिया के देहजरी नाले में मिली महिला व दो बच्चियों की लाश को एक परिवार ने घर से लापता मां-बेटियां समझ कर उसका रीति रिवाज से कफन- दफन कर दिया. लेकिन घटना के कुछ माह बाद तीनों मां-बेटियां जिंदा घर लौटी तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई. जीवित मां बेटियों और मृत महिला व बच्चियों की हुबहू तस्वीर सामने देख पुलिस भी दंग है. वहीं मरने वाली कौन हैं इसका रहस्य अब तक बरकरार है.
फिल्मो मे अक्सर ऐसी कहानी देखी जाती है कि कोई किरदार मरने के बाद फिर से जिन्दा हो जाता है. लेकिन क्या रील लाइफ की तरह रियल लाइफ मे भी ऐसा होता है? सवाल का जवाब शायद नहीं होगा. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि असलियत मे भी कुछ ऐसा हुआ है. जिसमे एक, दो नहीं.. बल्कि 3 लोग जीवित होकर अपने घर लौट गए हैं. इस रहस्यमयी मामले मे पुलिस का भी सिर घूमने लगा है. दरअसल, एक साल पहले 14 अगस्त 2023 की दोपहर खरसिया के देहजरी गांव स्थित नाला के पास एक महिला व दो बच्चियों की लाश मिली थी. उस वक्त मृतका की पहचान नहीं हो पाने से पुलिस की परे
शानी बढ़ गई थी. तीन दिनों तक तीनों के शव को खरसिया अस्पताल के मर्चुरी में रखा गया था. वहीं उनकी शिनाख्ती के लिए आसपास के गांवों में मुनादी करा कर सोशल मीडिया में उनका फोटो वायरल किया गया था. जिसके बाद महिला के परिजन पहुंचे और शव की शिनाख्ती की. तब मृतका के मायके व ससुराल पक्ष ने बताया था कि महिला राबिया परवीन पति अबुल हसन ग्राम बासेन, थाना पास्ता, जिला बलरामपुर की रहने वाली है. उसके चार बच्चे थे. जिसमें गुलस्सा परवीन, सीजरा परवीन के अलावा एक लड़का व लड़की शामिल हैं. 8 अगस्त की शाम राबिया अपने दो बेटियों गुलस्सा और सीजरा को लेकर बिना बताए घर से निकली थी. इसी बीच पति की एक बार राबिया से फोन पर बात हुई तो उसने कहा कि वह अपने मायके गढ़वा झारखंड जा रही है. इसके बाद उसने फोन को बंद कर दिया. तब से उसका फोन बंद आ रहा था. इसी बीच तीनों के शव की फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुई तो परिजनों के होश उड़ गए. जिसके बाद तीनों शवों का पीएम कराकर परिजन उन्हें अपने घर ले गए और उनका कफन दफन कर दिया. राबिया और उसकी दो बेटियों की मौत के बाद उसके परिजन सदमे मे थे. तभी कुछ माह बाद अचानक एक दिन राबिया अपनी बेटियों के साथ जिंदा घर लौटी तो परिजन सकते में आ गए. उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. सभी यह सोच में पड़ गए कि जिनका कफन-दफन करके आए हैं वो आखिर जिंदा कैसे हो सकते है? वहीं अगर ये तीनों जिंदा हैं तो फिर जिनका उन्होंने कफन-दफन किया है वो कौन है? ये सवाल परिजन के जेहन में चलने लगा. इसके बाद मामले की सूचना खरसिया पुलिस को दी गई. खरसिया पुलिस भी बलरामपुर पहुंची तो उन्हें जिंदा देख चौक गई. पुलिस ने मृत महिला व दोनों बच्चियों की फोटो जिंदा महिला व उसकी बच्चियों से मिलाया तो सभी 6 हुबहू थे.
खरसिया पुलिस को राबिया ने यह बयान दिया है कि वो और उसके पति टेलर का काम हैं. टेलर के काम से उनका घर, बच्चों की पढ़ाई ठीक से नहीं हो पा रहा था, जिससे दोनों पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता था. ऐसे में वह अपने दो बच्चियों को लेकर कमाने-खाने राजस्थान चली गई थी. जहां ठेकेदार द्वारा उसे पैसे भी नहीं दे रहा था. वहीं उसके मोबाइल को भी ठेकेदार रख लिया था. जिससे वह घर में संपर्क नहीं कर पा रही थी. किसी तरह वह अपनी बच्चियों को लेकर वहां से भाग कर घर लौटी है. बहरहाल, इस पूरे मामले मे पुलिस अब नए एंगल से जाँच कर रही है.