सामूहिक दुष्कर्म कांड के मामले ने सियासी रूप ले लिया है. घटना के बाद कांग्रेस ने इस मामले जाँच टीम गठित की है. जाँच टीम गुरुवार को पीड़िता के घर पहुंच गई. दूसरी संवेदनशील मामले मे सरकार की तरफ से वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने मिडिया को बयान देते हुए कहा है कि मामले की जाँच जारी है, वहीं उन्होंने पीड़िता का नाम और चेहरा सार्वजनिक नहीं करने की अपील की है.
पुसौर थानाक्षेत्र का बहुचर्चित सामुहिक दुष्कर्म कांड अब सरकार के लिए गले की फांस बन रहा है. असल मे विपक्ष मे बैठी कांग्रेस को एक नया मुद्दा मिल गया है. यही वज़ह है कि कांग्रेस सरकार की खिलाफत मे उतर आई है. रेप की घटना सामने आने के बाद कांग्रेस ने इस मामले मे जाँच टीम गठित की है. वही गुरुवार को कांग्रेस का जाँच दल पीड़िता के गाँव पहुंच गया. जाँच दल की अगुवाई खरसिया विधायक उमेश पटेल ने की. जहाँ जाँच टीम द्वारा पीड़िता के परिजन का बयान लिया गया. जहाँ कांग्रेस ने मीडिया को बयान दिया कि इस मामले मे उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए. दूसरी तरफ उन्होंने पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की.
ईधर सरकार की तरफ से वित्त मंत्री मोर्चा संभाल रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने मीडिया को बयान देते हुए कहा है कि रेपकांड की घटना दुःखद है. इस मामले मे सरकार पीड़ित परिवार के साथ है. उन्होंने कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने अपील करते हुए कहा कि पीड़िता को सरकार ने मुआवजा दे दिया है. वही कानूनी मदद भी दी जा
रही है.
दूसरी तरफ गुरुवार को एक नई घटना हो गई. असल मे पीड़ित के साथ दुष्कर्म करने वाला 8वाँ आरोपी ओड़िसा के एक गाँव मे करेंट की चपेट मे आ गया. जानकारी के अनुसार पुलिस की खौफ से वह ओड़िशा मे छीपा हुआ था. जो खेत मे बिछाए गए करेंट की चपेट मे आ गया. जिससे उसकी मौत हो गई. मृतक कसईपाली का रहनेवाला था. जिसकी उम्र 17 साल थी.
