शहर के पुरानी बस्ती स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की बिल्डिंग काफी पुरानी हो गयी है। स्कूल के कई कमरे हैं जो कि आज की स्थिति में अत्यंत
अवस्था में पहुंच चुके हैं जहां बारिश के समय खतरा बढ़ जाता है और छत के टकपने के साथ ही सीलिंग के टूट कर गिरने से हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। ऐसे में कलेक्टर ने स्कूल में अध्ययनरत छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुए पुत्री शाला के जर्जर हो चुके 4 कमरों को डिस्मेंटल यानि तोड़ने का निर्देश जारी कर दिया है।
कोष्टापारा पैलेस रोड स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय यानि पुत्री शाला भवन की हालत काफी जर्जर हो चुकी है। कई कमरे ऐसे हैं जहां जिसके कभी भी धराशायी होने का अंदेशा बना रहता है। जहां स्कूली बच्चों का पढ़ाई करना खतरे से खाली नहीं रहता। खासकर बारिश के सीजन में तो छत के टकपने और सीलिंग के टूट कर गिरने के कारण कक्षाओं में अध्यापन कार्य हो ही नहीं सकता। पिछले साल 2023 में कलेक्टर के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग की टीम ने इस पूरे स्कूल भवन की जांच की थी और उसके बाद 4 कमरों को डेंजर घोषित करते हुए उन्हें डिस्मेंटल घोषित कर दिया था। लिहाजा उसी रिपोर्ट के आधार पर आखिरकार अब कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी को जल्द से जल्द से स्कूल के लिए खतरा बने चार कमरों को डिस्मेंटल करने के निर्देश जारी कर दिये हैं।
दरअसल, पिछले साल स्कूल प्रबंधन की ओर से ही स्कूल के जर्जर हो चुके कमरों और उसकी वजह से स्कूली छात्राओं पर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए पत्राचार करके उन कमरों को डिस्टमेंट करने का आवेदन दिया गया था जिसके बाद पीडब्ल्यूडी की टीम ने यहां सर्वे करने के बाद अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी थी। ऐसे मंे अब जर्जर हो चुके कमरों को तोड़े जाने के निर्देश जारी होने के बाद स्कूल प्रबंधन ने भी राहत की सांस ली है।
