स्वामी आत्मानंद स्कूलों को केंद्र सरकार की पीएमश्री योजना में शामिल करने के मामले मे सियासत गर्म है. खासतौर पर रायगढ़ के सबसे बड़े स्कूल कहलाने वाले नटवर स्कूल का नाम बदले जाने से कांग्रेस ने आवाज उठाया है.

छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प करने के इरादे से स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना शुरू की थी. इसके तहत पहले अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले गए फिर हिंदी माध्यम के स्कूलों को भी स्वामी आत्मानंद योजना के तहत अपग्रेड किए गए. इन स्कूलों का काफी क्रेज है. इस साल जारी हुई 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणामों में टापर्स की सूची में भी इन्हीं स्कूलों के बच्चे अधिक हैं. स्वामी आत्मानंद स्कूलों में पढ़ें बारहवीं में 7 और 10वीं के 21 बच्चे टॉप 10 की सूची में है. ईधर वर्तमान सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों को केंद्र की पीएम श्री स्कूल योजना में शामिल कर रही है. जिसके तहत अभी कुछ दिन पहले ही रायगढ़ के सबसे बड़े नटवर स्कूल का नाम बदला गया है. अब इस स्कूल मे पीएम श्री का बोर्ड लग गया है. यानी जो स्कूल पहले स्वामी आत्मानन्द के नाम पर संचालित होती थी.. अब उसे पीएम श्री कहा जा रहा है. ईधर नाम बदले जाने से रायगढ़ की सियासत मे भी उबाल आई है. कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है…
हालांकि बीजेपी का कहना है कि यह केंद्र सरकार की योजना का एक हिस्सा है. इस योजना से केवल नटवर स्कूल का नाम नहीं बदला है.. बल्कि छत्तीसगढ़ मे अनेको स्कूल इस योजना से अपग्रेड हुए हैं.
प्रदेश मे ज़ब भाजपा की सरकार बनी.. तभी से आत्माननद स्कूलों के नाम बदलने की चर्चा थी. और छ्ह महीने के भीतर ही स्कूलों का नाम बदल गया है. हालांकि पीएम श्री स्कूलों पर सीधे तौर पर केंद्र की नज़र रहेगी. फंड भी केंद्र से मिलेगा. इसलिए ये माना जा रहा है कि ये प्रोजेक्ट बड़े प्राइवेट स्कूलों को मात दे सकेगा.
