रायगढ़ की गुलापी गुप्ता पिछले कुछ दिनों से लापता हैं. गुलापी की गुमशुदगी को लेकर गांव वाले और उनके बेटे का कहना है कि गुलापी ने अपने पति की चिता में जलकर जान दे दी है. वहीं पुलिस इस मामले में जांच में जुटी हुई है.
छत्तीसगढ़ का रायगढ़ जिला (Raigarh) इन दिनों एक महिला के रहस्यमयी तरीके से गायब हो जाने की वजह से चर्चा में है. चर्चा है कि पति की मौत के बाद महिला उसी की चिता पर जिंदा जल गई. चर्चा भयंकर सामाजिक कुरीति ‘सती प्रथा’ की भी हो रही है. मामले के सामने आने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आधुनिक भारत में भी क्या कोई महिला पति की चिता पर जिंदा जल सकती है? वहीं पुलिस (Raigarh Police) रिकॉर्ड में भी महिला गुम बताई जा रही है. फिलहाल पुलिस ने भी गुमशुदगी का मामला दर्ज महिला की तलाश शुरू कर दी है.
यह पूरा मामला छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा से लगे चिटकाकानी गांव के मकान नंबर-0017 का है, जहां इन दिनों पुलिस और मीडिया का आना-जाना आम है. दरवाजे के पास ही चबूतरे पर बैठे सुशील गुप्ता (गायब हुई महिला के बेटे) एक-एक कर सबके सवालों का जवाब दे रहे हैं. ज्यादातर लोगों का सवाल यही है कि उनकी 57 वर्षीय मां गुलापी गुप्ता कहां हैं? क्या गुलापी अपने पति की चिता पर जिंदा जल गई
रायगढ़ की चक्रधर थाना पुलिस गुमशुदगी का केस दर्ज कर गुलापी गुप्ता की तलाश कर रही है. रायगढ़ एसपी दिव्यांग पटेल का कहना है, “रात में भी हमारी टीम मौके पर गई थी, फिर दूसरे दिन 15 जुलाई को बेटे की शिकायत पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच की जा रही है.”
बेटे और गांव वालों ने माना, मां की हो चुकी मौत
पुलिस भले ही गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच कर रही है, लेकिन परिवार और गांव वालों का मानना है कि गुलापी गुप्ता इस दुनिया में नहीं हैं. बेटे सुशील कहते हैं-
गांव के ही रहने वाले राकेश कुमार भी कहते हैं, “पुलिस अपने नियम के आधार पर जांच कर रही है, लेकिन गांव में कोई नहीं मानेंगे कि वो (गुलापी) जिंदा हैं.”
गुलापी गुप्ता की साड़ी, चप्पल और चश्मा मुक्तिधाम में पति की चिता के करीब ही पड़ा मिला है. सुशील का दावा है कि गुलापी ने पति की चिता पर ही जलकर अपनी जान दे दी है. दावे के पीछे उनके अपने तर्क हैं. सुशील कहते हैं, “मैंने उनके एक पैर को जलते देखा, उस समय गांव के कई लोग साथ में थे. चिता के पास ही मां के कपड़े, चप्पल थे. पुलिस कह रही है कि मां लापता है, लेकिन क्या कोई दूसरे की चिता पर आकर कूद जाएगा? पुलिस जांच में इन्हीं सवालों का जवाब ढूंढने की कोशिश होगी.”
जयदेव की चिता पर रात में किसी और के जलने का दावा सिर्फ सुशील कर रहे हों, ऐसा नहीं है. गांव के रहने वाले हेमंत कुमार कहते हैं, “मैं रात को करीब 2 बजे वहां पहुंचा तो वहां गांव के लोग थे, हम लोग दाह संस्कार करने जाते हैं तो हमें पता होता है कौन सा कमर का हिस्सा है और कौन सा मुंडी का, और कौन सा पैर का. कमर और मुंडी के हिस्से को मैंने भी जलते हुए देखा. वो गुलापी ही थीं या कोई और मुझे नहीं पता.”
फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार
परिवार और ग्रामीणों के दावों के बीच रायगढ़ की लापता महिला गुलापी गुप्ता के केस में पुलिस की जांच जारी है. 15 जुलाई को पुलिस की स्पेशल फॉरेंसिक टीम चिटकाकानी गांव के मुक्तिधाम पहुंची. चिता की राख से नमूने इकट्ठा किए गए और साथ ही मौके से साड़ी, चश्मा और चप्पल भी जब्त किया गया. पुलिस टीम द्वारा उपयोग किया ग्लव्स और मास्क अब भी मुक्तिधाम में पड़े नजर आ रहे हैं.
रायगढ़ एसपी दिव्यांग पटेल का कहना है, ”परिवार और ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि गुलापी या तो अपने आप को जला दी हैं या फिर पास के ही तालाब में डूब गई हैं. मामले की जांच के लिए विशेष रूप से मेडिकल टीम और फॉरेंसिक टीम बुलाई गई. टीम ने सैंपलिंग भी की है, हर एंगल पर जांच की जा रही है. फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है.”