रायगढ़ जिले को औद्योगिक जिले का हब माना जाता यहां गर्मी के शुरुआत होने से पूर्व ही बेतहाशा गर्मी से लोगो को जद्दोजहद करने पर मजबूर कर दिया है।
रायगढ़ जिले मे बेतहाशा गर्मी की दस्तक मार्च के अंतिम दिनों से ही एहसास होने लगा है। अप्रैल के शुरुआती दिनों से असर दिखाने लगा है। आलम यह रहा कि सुबह 11 बजे से ही पारा चढ़ते हुए दोपहर तक 40 डिग्री के पार पहुंच गया। दिन के तापमान के साथ पारा और बढ़ने लगता है । जैसे जैसे पारा बढ़ता है लोगो को गरम हवाएं और लू के थपेड़ो से जूझते रहते है ।
रायगढ़ जिले को औद्योगिक जिले का हब माना जाता यहां गर्मी के शुरुआत होने से पूर्व ही बेतहाशा गर्मी से लोगो को जद्दोजहद करने पर मजबूर कर दिया है। दिन में सूरज की दस्तक के साथ ही सूरज की तपन से लोगों का हाल बेहाल दिन ढलते होता है। तापमान देखा जाए तो 40 डिग्री के पार हो रहा है जबकि मार्च माह में 38 के करीब था। वही शाम में उमस से दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ता हैं। लोग इस गर्मी की चपेट मे आकर बीमार हो रहे है । इससे शहर समेत ग्रामीण अंचलों से गर्मी से बीमार मरीजों की संख्या निजी और शासकीय अस्पताल मे भीड़ के रूप देखने को मिल रहा है । गर्मी को देखते हुए डाक्टरों के द्वरा भी लोगों को अधिक से अधिक तरल व बचाव की सलाह दे रहे है।
मरीजों की संख्या में होने लगा इजाफा
सुबह हो या दोपहर इस बेतहाशा गर्मी के कारण दोनो एक बराबर एहसास होता है। सुबह 11बजे के बाद सूरज सर पर आने के साथ पारा को भी बढ़ाता है। इस गर्मी से जहाँ मनुष्य से लेकर जीव जन्तु तक हलाक़ान है। पारा बढ़ने के साथ गर्मी के कारण लोगों को उल्टी दस्त ,बुखार की शिकायत आ रही है यह शिकायत अधिकांश बच्चो मे देखने को मिल रहा है । एकाएक मरीजों की संख्या बढ़ता देख डाक्टरों के द्वारा परिजनों बच्चो का विशेष ध्यान रखने की सलाह दे रहे है ।
सड़कों पर पसर रहा है सन्नाटा
