रायगढ़. गोमर्डा अभ्यारण्य में बरमकेला के क्षेत्र में शिकारियों पर पूरी तरह निगरानी वन अमला रख रही है। यही कारण है कि यहां अगर किसी ने शिकार किया, तो उस शिकारी का वन अमला से बचकर निकलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। ऐसा इस बार भी हुआ। शिकारी मौके का फायदा उठाकर गोमर्डा अभ्यारण्य बरमकेला के साावतकुत परिसर कक्ष क्र. 980 आर.एफ जंगल में कोटरी का शिकार तो कर लिए, लेकिन इसकी सूचना मुखबिर से गोमर्डा बरमकेला रेंजर सुरेन्द्र अजय को लगी। इसके बाद उन्होंने मामले से डीएफओ व अभ्यारण्य अधीक्षक को अवगत कराया।
जहां उनके मार्गदर्शन में बरमकेला गोमर्डा रेंजर सुरेन्द्र अजय द्वारा टीम गठित कर अरोपियों की धरपकड़ शुरू किया गया। जहां करनपाली के जसवंत पिता बिरजू बरिहा, हरिश पिता चंदूलाल बरिहा, तेजराम पिता रत्थु सिदार को हिरासत में लिया गया। उनसे पूछताछ में तीनों शिकारियों ने शिकार करना कबुल किय। जहां तीनों आरोपियों के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1975 के धारा 9, 27,29,31, 50, 51 के तहत अपराध दर्ज कर न्यायाल में पेश किय गया। जहां से उन्हें रिमांड लेकर जेल दाखिला कराया गया है।
लगातार कर रहे मानिटरिंग
गोमर्डा अभ्यारण्य बरमकेला वन अमला द्वारा लगातार जंगल में मानिटरिंग किया जा रहा है। ताकि किसी प्रकार का वन अपराध घटित न हो सके। इससे पहले भी शिकारियों को पकड़ने में गोमर्डा बरमकेला के रेंजर सहित उनकी टीम ने कामयाबी हासिल की थी। इस बार शिकारियों ने शिकार तो कर लिया, लेकिन ज्यादा दिन वन अमला से बच नहीं सके।
वर्सन
कोटरी प्राजाति के वन्यप्राणी का शिकार इनके द्वारा किया गया था। मुखबिर से सूचना मिलने के बाद तत्काल उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की गई और करनपाली में रहने वाले तीन ग्रामीण जिन्होंने शिकार किया था। उन्हें हिरासत में लेकर अपराध दर्ज कर न्यायलय में पेष किया गया। जहां से उन्हें जेल दाखिल कराया गया है।
सुरेन्द्र अजय
वनपरिक्षेत्र अधिकारीए गोमर्डा अभ्यारण्य बरमकेला