मोहसिन खान@रायगढ़. सारंगढ़ के जंगल में अब हाथियों ने दस्तक दे दी है। यहां करीब 25 हाथियों का दल विचरण कर रहा है और किसी प्रकार का कोई नुकसान अब तक गजराज के इस दल ने नहीं किया है। हाथियों की मौजूदगी की जानकारी होते ही विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया और लगातार इनके मुवमेंट पर नजर रखे हुए हैं।
इस संबंध में विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक बिलाईगढ़ परिक्षेत्र की ओर से हाथियों का दल पहुंचा हुआ है, जो सारंगढ़ रेंज के भड़िसार के कक्ष क्रमांक 1037, 1038 रिजर्व फारेस्ट में मुवमेंट कर रहा है। बताया जा रहा है कि हाथियों के द्वारा किसी प्रकार का नुकसान नहीं किया गया है और अगर वह आगे मुवमेंट करता है तो महासमुंद वन मंडल की ओर जाने की संभावना है। हांलाकि गजराज दल की मौजूदगी की जानकारी लगते ही सारंगढ़ वन अमला अलर्ट मोड में आ गया है और डीएफओ द्वारा सभी आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी कराने और किसी भी ग्रामीण को हाथी प्रभावित क्षेत्र की ओर जाने से मना करने का निर्देश जारी किया गया। जिसके बाद विभागीय अमला द्वारा आसपास के गांव में मुनादी करा दिया गया है और लगातार हाथियों के मुवमेंट पर नजर रखा जा रहा है।
दल में नौ शावक मौजूद
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस दल में दो नर हाथी, मादा 14 और शावकों की संख्या नौ है। सभी झुंड में है और बताया जा रहा है कि किसी दल में अगर शावक हैं तो उस ओर जाना काफी खतरा होता है। इन्हीं सब बातों को देखते हुए विभाग द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में सभी अलर्ट कर दिया गया है। लगातार डीएफओ, एसडीओ व रेंजर द्वारा इसकी मानिटरिंग की जा रही है। ताकि किसी प्रकार की जानमाल की हानि न हो।
गांव में कराई गई मुनादी
सरंगढ़ वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि हाथियों की मौजूदगी के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी कराया गया है। सहसपाली, जामपाली, सुवरगुड़ा क्षेत्र में सभी को अलर्ट किया गया है। ताकि किसी प्रकार का कोई नुकसान न हो। हाथियों के दल पर लगातार निगरानी की जा रही है।
पहले भी आया था हाथी का दल
यहां यह बताना भी लाजिमी होगा कि करीब साल भर पहले भी यहां हाथी का दल आया था। यही नहीं पूर्व में तो एक शावक काफी दिनों तक अभ्यारण्य और सारंगढ़ के सामान्य रेंज में विचरण कर रहा था। जिस पर विभाग पूरी नजर रखा हुआ था। अब एक बार फिर से सारंगढ़ के जंगल में हाथियों ने दस्तक दे दी है।
25 हाथियों का दल है। किसी प्रकार का नुकसान हाथियों से नहीं है। जंगल में ही इनका मुवमेंट है। महासमुंद वन मंडल की ओर जाने की संभावना है। हाथी मित्रदल भी ट्रैकिंग कर रहे हैं। लगातार हाथियों के दल की मानिटरिंग की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी कराया गया है।
गणेश यूआर
वनमंडलाधिकारी, सारंगढ़ वन मंडल