रायगढ़. कल दिनाँक 16.05.2023 के रात्रि करीब 9.00 बजे ज़िला पंचायत के पीछे छोटे अतरमुड़ा में रहने वाला व्यक्ति थाना चक्रधरनगर आकर उसके 12 साल की लड़की और 07 साल के लड़के के एक साथ लापता होने की सूचना दिया । रिपोर्टकर्ता ने बताया कि वह मजदूरी का काम करता है, करीब 03 साल से उसकी पत्नी मायके में रह रही है, बच्चे इसके साथ रहते हैं । सुबह काम से आने के बाद दोपहर में घर पर सोया था । इसी बीच मंझली लड़की और लड़का दोपहर करीब दो बजे खेलने जा रहे हैं कहकर घर से सायकल लेकर निकले और शाम तक वापस नहीं आये । तब उन्हें आसपास रिश्तेदार , मोहल्लेवासियों से पूछताछ कर खोजबिन किया जिनका कहीं पता नहीं चला । थाना प्रभारी निरीक्षक प्रशांत राव आहेर द्वारा गुम बालकों की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए तत्काल धारा 363 आईपीसी के तहत अज्ञात आरोपी पर अपराध दर्ज कर एसएसपी सदानंद कुमार, एडिशनल एसपी संजय महादेवा एवं सीएसपी अभिनव उपाध्याय को अवगत कराते हुये थाने के पेट्रोलिंग एवं थाने के कर्मचारियों को गुम बच्चों की पतासाजी में लगाया गया । गुम बालकों की पता तलाश में जुटी पुलिस टीम द्वारा गुम बच्चों के साथ खेलने वाले बच्चों से पूछताछ किये, जिन्होंने दोनों को एक साथ सायकल में कयाघाट की ओर जाना बताये । चक्रधरनगर पुलिस कयाघाट को पूरी तरह छान मारकर सारंगढ़ बस स्टैण्ड तक पहुंची, जहां सारंगढ़ बस स्टैंड में ठेले वाले, बस वाले, ऑटो रिक्शा वालों को बच्चों की फोटो दिखाकर पूछताछ करने पर पता चला कि दोनों बच्चे सारंगढ़, रायपुर जाने वाली किसी बस में बैठे थे । थाना प्रभारी चक्रधरनगर गुम बच्चों की मां का मोबाइल नंबर प्राप्त कर उससे बच्चों की जानकारी लिया गया । महिला ने दोनों बच्चों के उनके पास नहीं होने की जानकारी दी और बच्चों को लेकर चिंतित हो गई । थाना प्रभारी चक्रधरनगर एवं उनके स्टाफ द्वारा सारंगढ़ क्षेत्र में निवासरत पुलिस मित्रों एवं अपने सूत्रों से गुम बच्चों के संबंध में पता लगाया गया जिसमें दोनों बच्चों को सारंगढ़ बस स्टैंड पर एक महिला के साथ देखना बताया । तत्काल टीआई चक्रधरनगर प्रशांत राव, थाने के प्रधान आरक्षक हेम प्रकाश सोन के साथ रात में ही सारंगढ़ जाकर गुम बच्चों की पतासाजी किये जो उनके बुआ के घर पर मिले जिन्हें साथ लेकर उनके मां के घर पहुंचे । चिंतित मां बच्चों को सकुशल देखकर चिंता मुक्त हुई । टीआई चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव द्वारा बच्चों के पिता को उनके मिलने की जानकारी देकर बच्चों को उनकी मां के सुपुर्द कर समझाये कि आगे कभी घर में बिना बताये कहीं नहीं जाना है ।