धीरे-धीरे बिलासपुर जिले में स्वाइन फ्लू बढ़ता ही जा रहा है। वहीं अब स्वास्थ्य विभाग को भी समझ आ गया है कि रोकथाम के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाया गया तो एन1 एच1 वायरस बेकाबू हो सकता है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए नियंत्रण के काम में तेजी लाई गई है। जिलेवासियों को सलाह दी जा रही है कि वे सावधानी बरतें और गाइडलाइन का पालन करें। इसके 20 दिन में जिले में 144 मरीज मिले हैं। इनमें से सात की मौत हो चुकी है। गुरुवार को तीन नए मरीज की पहचान की गई है। साफ है कि लगातार स्वाइन फ्लू के मरीज मिल रहे हैं और जैसे-जैसे मरीज बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे वायरस भी मजबूत होता जा रहा है और संपर्क में आने वालों को संक्रमित कर रहा है। मौजूदा स्थिति में 47 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों के माध्यम से इलाज चल रहा है। इनमें से दस से ज्यादा मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए ही सीएमएचओ डा़ प्रभात श्रीवास्तव ने जिलेवासियों को सलाह दी है कि गाइडलाइन का पालन करें और बीमारियों से बचने के लिए सावधानी बरतें। स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है। इसलिए, अपनी और दूसरों की सुरक्षा के लिए सभी सावधानियां बरतें। बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, थकान और कभी-कभी उल्टी- दस्त स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं। यदि किसी में ये लक्षण आते हैं, तो तत्काल डाक्टर से संपर्क करें।