छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की तर्ज पर रायगढ़ में भी जल्द ही राष्ट्रीय स्तर की नालंदा परिसर लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा। बीजेपी विधायक ओपी चौधरी ने जिलाधीश कार्तिकेय गोयल से इस मामले में चर्चा भी की है। नालंदा परिसर ओपी चौधरी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है।
राष्ट्रीय स्तर की लाइब्रेरी नालंदा परिसर के जरिए प्रदेश भर के युवा प्रतियोगी परीक्षाओं, प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं, प्रवेश परीक्षाओं सहित पीएससी, यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारियों संबंधी आवश्यक पुस्तकें इस लाइब्रेरी के जरिए हासिल करते हैं।
नालंदा परिसर की लाइब्रेरी से जुड़ी अहम जानकारियां
प्रदेश के युवाओं को संघ लोक सेवा आयोग सहित समस्त प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने या बेहतर प्रदर्शन करने के लिए रायपुर में 6 एकड़ में विश्व स्तरीय भवन तैयार किया गया है। इस परिसर को ”नालंदा परिसर” नाम दिया गया। एनआईटी के पास आयुर्वेदिक कॉलेज के सामने यह परिसर बनी है।
सातों दिन 24 घंटे संचालित है संस्थान
जिला खनिज न्यास निधि से 15.21 करोड़ रुपए और छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल से 2.44 करोड़ की राशि के जरिए रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा इसका निर्माण किया गया था। यह 24 घंटे और सातों दिन संचालित होने वाला देश का अनूठा शैक्षणिक संस्थान साबित हुआ है।
एक हजार स्टूडेंट्स के पढ़ने की व्यवस्था
नालंदा परिसर में ऑक्सी रीडिंग जोन में पढ़ने के लिए इंडोर और आउटडोर रीडिंग की व्यवस्था की गई है। नालंदा परिसर में एक समय पर एक हजार लोग एक साथ अध्ययन कर सकते हैं। इंडोर अध्ययन के लिए जी प्लस टू टॉवर ‘यूथ टॉवर’ के नाम से मौजूद है। इस टॉवर के भूतल में लाइब्रेरी का निर्माण किया गया है।
कैंपस में लगाए गए पौधे
यहां कदम्ब, नीम, पीपल, बरगद, मौलश्री, कचनार सहित करीब 50 प्रजातियों के के पौधे लगाए गए हैं। कैम्पस में 18 गजिबो, परगोलास और केनोपी को इंटरेक्टिव जोन के रूप बनाया गया है। आउटडोर रीडिंग के दौरान युवा प्रकृति के सानिध्य में अध्ययन का आनंद उठाते है।
मेडिकल और रेस्टोरेंट की सुविधा
शरीर को चुस्त रखने के लिए परिसर में नहर के साथ सुंदर वॉटर बॉडी निर्मित है। इस परिसर में एक फैसिलिटी प्लाजा भी बनाया गया है। यहां पढ़ने वाले लोगों के लिए स्टेशनरी, बुक स्टॉल, मेडिकल और रेस्टोरेंट की व्यवस्था भी है। जो 24 घंटे संचालित होती है।
गरीबी रेखा वाले छात्रों का 200 शुल्क
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार के सदस्यों के लिए मासिक शुल्क 200 रुपए रखा गया है, जबकि अन्य सदस्यों के लिए 500 रुपए निर्धारित है। इसके संचालन के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में सोसायटी का भी गठन किया गया है। सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है।